धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024
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সতেরো বছর বয়সে
টেলি বই
সুনীল গঙ্গোপাধ্যায়
রাণুদি
বললো
রাণুদির
অজিতদা
ভাস্কর
হলো
বড়মামা
উৎপল
রাণুদিকে
আশু
মতন
সঞ্জয়
অজিতদার
বাড়ির
বেশী
পাগল
করলো
অভিজিৎ
রাণু
আমায়
দারুণ
যাবো
করলাম
নিশ্চয়ই
লাগলো
ফুল
গেলাম
পরী
অজিতদাকে
পুলিশ
লাগলাম
শুয়ে
একলা
ওঁর
তাকিয়ে
জোর
পেয়ে
বেড়াতে
বোধহয়
এরকম
খানিকটা
খেয়ে
জায়গায়
নীলু
প্যান্ট
বৃষ্টি
দেখলে
দৌড়ে
মধ্যেই
হারিয়ে
भाषा:
bengali
फ़ाइल:
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